सावधान! कैंसर के अलावा आंखों की रोशनी भी छीन सकता है सिगरेट
नयी दिल्ली: डॉक्टर्स का कहना है कि तंबाकू से न सिर्फ कैंसर होता है बल्कि लंबे समय तक इसका सेवन करने से आंखों की रोशनी भी जा सकती है.
क्या कहती है रिसर्च-
डॉक्टर्स के मुताबिक, जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमें धूम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में मोतियाबिंद होने की आशंका बढ़ जाती है. हाल ही में आई रिसर्स के मुताबिक, पांच या 10 साल तंबाकू का सेवन करने से आंखों की नसें प्रभावित होती हैं जिससे आंखों की रोशनी जा सकती है.
डॉक्टर्स के मुताबिक, जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमें धूम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में मोतियाबिंद होने की आशंका बढ़ जाती है. हाल ही में आई रिसर्स के मुताबिक, पांच या 10 साल तंबाकू का सेवन करने से आंखों की नसें प्रभावित होती हैं जिससे आंखों की रोशनी जा सकती है.
क्या कहते हैं डॉक्टर्स-
एम्स में राजेंद्र प्रसाद ओप्थलमोलॉजी सेंटर के प्रमुख डॉ अतुल कुमार ने कहा कि अक्सर ऐसे मामलों में आंखों की रोशनी वापस नहीं आती. लोग जानते हैं कि धूम्रपान और तंबाकू चबाने से हार्ट डिजीज़ और कैंसर हो सकता है लेकिन तंबाकू से आंखों की रोशनी का जाने और आंखों की अन्य समस्याओं के बारे में व्यापक रूप से नहीं जाना जाता. उन्होंने बताया कि एम्स में सालाना आंखों की रोशनी जाने के कुल मामलों में करीब पांच फीसदी तंबाकू से हुए मामले होते हैं.
एम्स में राजेंद्र प्रसाद ओप्थलमोलॉजी सेंटर के प्रमुख डॉ अतुल कुमार ने कहा कि अक्सर ऐसे मामलों में आंखों की रोशनी वापस नहीं आती. लोग जानते हैं कि धूम्रपान और तंबाकू चबाने से हार्ट डिजीज़ और कैंसर हो सकता है लेकिन तंबाकू से आंखों की रोशनी का जाने और आंखों की अन्य समस्याओं के बारे में व्यापक रूप से नहीं जाना जाता. उन्होंने बताया कि एम्स में सालाना आंखों की रोशनी जाने के कुल मामलों में करीब पांच फीसदी तंबाकू से हुए मामले होते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2010 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में विश्व के 20 फीसदी दृष्टिहीन लोग हो सकते हैं.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. NewsNation18.com इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
सावधान! कैंसर के अलावा आंखों की रोशनी भी छीन सकता है सिगरेट
Reviewed by Unknown
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October 02, 2017
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